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जनन (Reproduction)
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जीवों में जनन: जनन, जातियों की विशेषता; जनन के तरीके - अलैंगिक और लैंगिक; अलैंगिक जनन; तरीके - द्वि-खंडन, बीजाणु निर्माण, मुकुलन, रत्नागम, खंडन; पौधों में वानस्पतिक प्रवर्धन।
पुष्पधारी पौधों में लैंगिक जनन: पुष्प संरचना; नर और मादा युग्मकपियों का विकास; परागण - प्रकार, कारक और उदाहरण; पर-निषेचन के तरीके; पराग-मंजरी परागण; द्वि-निषेचन; निषेचन के बाद की घटनाएँ - भ्रूणपोष और भ्रूण का विकास, बीज का विकास और फल का निर्माण; विशेष तरीके - अपोमिक्सिस, अनिषेच फलन, बहुभ्रूणी; बीज और फल बनने का महत्व।
मानव जनन: पुरुष और महिला प्रजनन तंत्र; वृषण और अंडाशय की सूक्ष्म संरचना; युग्मकजनन - शुक्राणुजनन और अंडजनन; मासिक चक्र; निषेचन, ब्लास्टोसिस्ट बनने तक भ्रूण का विकास, आरोपण; गर्भावस्था और प्लेसेंटा का निर्माण (मूलभूत जानकारी); प्रसव (मूलभूत जानकारी); स्तनपान (मूलभूत जानकारी)।
प्रजनन स्वास्थ्य: प्रजनन स्वास्थ्य की आवश्यकता और यौन संचारित रोगों (STD) की रोकथाम; जन्म नियंत्रण- आवश्यकता और तरीके, गर्भनिरोधक और गर्भपात (MTP); एमनियोसेंटेसिस; बांझपन और सहायक प्रजनन तकनीक - आईवीएफ, जेडआईएफटी, जीआईएफटी (सामान्य जागरूकता के लिए मूलभूत जानकारी)।
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वंशागति एवं विकास (Genetics & Evolution)
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आनुवंशिकता और विभिन्नता: मेन्डेलियन वंशागति; मेन्डेलवाद से विचलन - अपूर्ण प्रबलता, सहप्रबलता, बहुविकल्पी अलील और रक्त समूहों का वंशागत होना, बहुप्रभाविता; बहुजीनिय वंशागति का प्रारंभिक विचार; वंशागति का गुणसूत्र सिद्धांत; गुणसूत्र और जीन; लिंग निर्धारण - मनुष्यों, पक्षियों, मधुमक्खी में; सहलग्नता और जीन विनिमय; लिंग से जुड़ा वंशागति - हीमोफीलिया, वर्णांधता; मनुष्यों में मेन्डेलियन विकार - थैलेसीमिया; मनुष्यों में गुणसूत्रीय विकार - डाउन सिंड्रोम, टर्नर सिंड्रोम और क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम।
आनुवंशिकता का आणविक आधार: आनुवंशिक पदार्थ की खोज और डीएनए आनुवंशिक पदार्थ के रूप में; डीएनए और आरएनए की संरचना; डीएनए पैकेजिंग; डीएनए प्रतिकृति; केंद्रीय हठधर्मिता (पुनर्लेखन), आनुवंशिक कोड, अनुवाद; जीन अभिव्यक्ति और विनियमन - लैक ओपेरॉन; जीनोम और मानव जीनोम परियोजना; डीएनए फिंगरप्रिंटिंग।
विकास: जीवन की उत्पत्ति; जैविक विकास और जैविक विकास के साक्ष्य (जीवाश्म विज्ञान, तुलनात्मक शरीर रचना, भ्रूणविज्ञान और आणविक साक्ष्य); डार्विन का योगदान, आधुनिक समकालिक विकास का सिद्धांत; विकास का तंत्र - विविधता (उत्परिवर्तन और पुनर्संयोजन) और प्राकृतिक चयन उदाहरणों के साथ, प्राकृतिक चयन के प्रकार; जीन प्रवाह और जीन बहाव; हार्डी-वेनबर्ग सिद्धांत; अनुकूली विकिरण; मानव विकास।
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जीव विज्ञान और मानव कल्याण (Biology and Human welfare)
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स्वास्थ्य और रोग: रोगाणु; मानव रोग पैदा करने वाले परजीवी (मलेरिया, फाइलेरिया, अस्कॉरिआसिस, टाइफाइड, निमोनिया, सर्दी जुकाम, अमीबiasis, दाद); रोग प्रतिरोधक क्षमता की बुनियादी अवधारणाएं - टीके; कैंसर, एचआईवी और एड्स; किशोरावस्था, नशीली दवाओं और शराब का सेवन।
खाद्य उत्पादन में सुधार: पौधों का प्रजनन, ऊतक संवर्धन, एकल कोशिका प्रोटीन, जैव-दृढ़ीकरण; मधुमक्खी पालन और पशुपालन।
मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव: घरेलू खाद्य प्रसंस्करण, औद्योगिक उत्पादन, मलजल उपचार, ऊर्जा उत्पादन और जैव नियंत्रण एजेंटों और जैव उर्वरकों के रूप में।
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जैव प्रौद्योगिकी और उसके अनुप्रयोग (Biotechnology and its Applications)
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जैव प्रौद्योगिकी के सिद्धांत और प्रक्रिया: जीन अभियांत्रिकी (पुनर्योगज डीएनए प्रौद्योगिकी)।
स्वास्थ्य और कृषि में जैव प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग: मानव इंसुलिन और टीका उत्पादन, जीन थैरेपी; आनुवंशिक रूप से संशोधित जीव- बीटी फसल; ट्रांसजेनिक जानवर; जैव सुरक्षा मुद्दे - जैव चोरी और पेटेंट।
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पारिस्थिति विज्ञान और पर्यावरण (Ecology and Environment)
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जीव और पर्यावरण: आवास और आला; जनसंख्या और पारिस्थितिक अनुकूलन; जनसंख्या अंतःक्रियाएँ - सहजीविता, प्रतिस्पर्धा, आखेट, परजीविता; जनसंख्या गुण - वृद्धि, जन्म दर और मृत्यु दर, आयु वितरण।
पारिस्थितिक तंत्र: स्वरूप, घटक; उत्पादकता और अपघटन; ऊर्जा प्रवाह; संख्या, जैवभार और ऊर्जा का पिरामिड; पोषक तत्व चक्र (कार्बन और फॉस्फोरस); पारिस्थितिकीय अनुक्रम; पारिस्थितिकीय सेवाएँ - कार्बन स्थिरीकरण, परागण, ऑक्सीजन मुक्ति।
जैव विविधता और उसका संरक्षण: जैव विविधता की अवधारणा; जैव विविधता के स्वरूप; जैव विविधता का महत्व; जैव विविधता का ह्रास; जैव विविधता संरक्षण; हॉटस्पॉट, संकटग्रस्त जीव, विलुप्तता, रेड डाटा बुक, जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र, राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य।
पर्यावरणीय मुद्दे: वायु प्रदूषण और उसका नियंत्रण; जल प्रदूषण और उसका नियंत्रण; कृषि रसायन और उनके प्रभाव; ठोस अपशिष्ट प्रबंधन; रेडियोधर्मी अपशिष्ट प्रबंधन; ग्रीनहाउस प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग; ओजोन क्षरण; वनों की कटाई; पर्यावरणीय मुद्दों के समाधान के रूप में तीन सफलता अध्ययन।
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